Monday, July 3, 2017

99 प्रतिशत लोग नहीं जानते के कैसे खाना है लहसुन

99 प्रतिशत लोग नहीं जानते के कैसे खाना है लहसुन 


लहसुन को कोन   नही जानता, देखने में सामान्य सा लगने वाला ओर आसानी से मिलने वाला लह्सुन हार्ट अटैक (heart attack ) जेसी गंभीर बीमारी से बचाव करने तथा दोबारा heart attack आने कि संभावना को 50% तक कम कर देता है .एक study के अनुसार 432 लोग जिनको पहले एक बार  heart attack आ चूका था उनमे से कुछ लोगो को लहसुन का रस  दिया गया ओर कुछ लोगो को कोई ट्रीटमेंट नही दिया गया 3 साल तक यह किया गया. result में पाया गया कि जिन लोगो को लह्सुन का रस दिया गया था. उन लोगो में दोबारा heart attack आने कि सम्भावना काफी कम हो गयी जो लहसुन का रस ले रहे थे उनमे 50 %डेथ रेट में कमी आयी.

लहसुन का रासायनिक संघठन – मुख्य रूप से सल्फर युक्त compound पाए जाते है .जो मुख्य रूप से ALLICIN से उत्पन होते है, ये है –

alliin, diallyl sulfide, diallyl trisulfide, methyl allyl trisulfide, methyl allyl disulfide, ajoene, Alliin allinylase एंजाइम की उपस्थिति में ALLICIN में बदल जाता है .

लहसुन को इस्तेमाल करने का तरीका –
लहसुन  को छोटे छोटे टुकडो में काट ले या उसे अच्छी तरह से पीस कर कम से कम 10 मिनट तक ऐसा ही पड़ा रहने दें. इसको तुरंत इस्तेमाल नहीं करना है. ऐसा करने से लहसुन  में मोजूद Alliin केमिकल Allinylase एंजाइम की उपस्थिति में ALLICIN में बदल जाता है . लहसुन  के अधिकतर गुण ALLICIN के कारण होते है. 10 मिनट बाद आप कटे हुए या बारीक़ लहसुन  को पकाकर या इसका रस निकाल कर ले सकते है. कच्चा लहसुन खाने से जलन हो सकती है इसलिए इसको कच्चा न खाकर इसे पकाकर खाए.

विशेष – अगर आप इसको काटकर या पीसकर कम से कम 10 मिनट तक रखेंगे तो ही इसमें ये गुण आयेंगे. सीधे सीधे इस्तेमाल करने से इसमें इसके उपरोक्त गुण नहीं आयेंगे.

कितना करना है प्रयोग.
इसके प्रयोग के लिए अगर आप पहले से ही उपरोक्त बताई गयी दवाएं खा रहें हैं तो इसका उपयोग नियंत्रित मात्रा में ही करें, और अगर आप उपरोक्त दवाये नहीं ले रहें हैं तो आप इसको हर रोज़ 5 से 10 ग्राम तक खा सकते हैं. एक लहसुन की पोथी में तकरीबन 4 से 5 ग्राम तक वजन होता है.

लहसुन उपयोग करने से पहले याद रखे –  बेहद महत्वपूर्ण

-लहसुन  बहुत से एलोपैथी दवाओ जो कि heart कि बीमारी में काम में ली जाती है से interact करता है जैसे anticoagulant medicine ( aspirin,  clopidogril, warfarin etc) को लहसुन  के साथ लेने से bleeding disorder (रक्तसत्राव) होने का खतरा हो सकता  है .यदि आप ये दवाये जो के रक्त को पतला करने का काम करते है ले रहे है तो लहसुन  का अत्यधिक उपयोग करने से पहले इसके लिए आप अपने doctor से राय करे .और अपना prothrombin time (INR) जांच जरूर करवा ले इससे आप को BLEEDING disorder होने के चांसेस का पता लग जायेगा .

लहसुन bp को कम करने वाली तथा cholesterol को कम करने वाली दवाओ के effect को बढ़ा  देता है तो यदि आप लहसुन का  ज्यादा उपयोग कर रहे हो तो आप उस हिसाब से अपनी  दवाओ कि dose को doctor द्वारा adjust करवा ले.

आशा करते हैं के आजकी हमारी दी गयी जानकारी आपके ज्ञान में बढ़ोतरी करेगी. और पढ़े लिखे लोगों से भी आप तर्क कर सकेंगे.

हृदय रोगियों के लिए नियमित विशेष कुछ खाने की चीजें.

लहसुन
अखरोट
अलसी
टमाटर, चुकंदर, अनार
अर्जुन की छाल का काढ़ा या चाय

No comments:

Post a Comment